
जंगल मुख्यालय मैनपुर से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम गिरहोला, छिंदौला, रामपारा में मंगलवार सुबह 7 बजे हाथियों का दल अचानक गांव में धमक गया। हाथियों के दल ने कुछ किसानों के धान की फसल को रौंदते हुए नुकसान पहुंचाया है।
मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर के नजदीक परिक्षेत्र मैनपुर के जंगल मुख्यालय मैनपुर से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम गिरहोला, छिंदौला, रामपारा में मंगलवार सुबह 7 बजे हाथियों का दल अचानक गांव में धमक गया। देखते ही देखते गांव में चारों तरफ दहशत का माहौल छा गया। ग्रामीणों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। हाथियों का दल गांव के नजदीक लगभग एक घंटे तक चक्कर लगाते रहा और रामपारा छिंदोला नदी के किनारे दिनभर अटखेलियां करते रहे। जिसके बाद पूरे दिन ग्रामीणों के खेती किसानी कार्य में विराम लग गया।
किसानों को हुआ नुकसान
धान कटाई व धान का बीड़ा उठाने का कार्य हाथियों के अचानक पहुंचने से प्रभावित हुआ। वहीं हाथियों के दल ने कुछ किसानों के धान की फसल को रौंदते हुए नुकसान पहुंचाया है। कुछ किसानों के मकान झोपड़ियों को भी ध्वस्त कर दिया है। छिंदौला, गिरहोला, दर्रीपारा, रामपारा, खोलापारा, लुठापारा, फरसरा के जंगलों में एक बार फिर हाथियों का दल आ पहुंचा है जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी दहशत देखने को मिल रही है। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सीमावर्ती क्षेत्र में विचरण कर रहे लगभग 32 से 33 की संख्या में हाथियों के दल ने सिंहार, ताराझर, मटाल में फसलो को रौंद झोपड़ियों को तोड़कर जमकर उत्पात मचाया, जिसके बाद ताराझर सिहार होते हुए गिरहोला पहुंचा। मैनपुर वन परिक्षेत्र के जंगल में दाखिल होकर लोगों को दहशत में डाल दिया है।
हाथियों का दल अभी भी वन परिक्षेत्र मैनपुर अंतर्गत कक्ष क्रमांक 868, 869 व 1012, 1013 के जंगल में विचरण करने की जानकारी मिल रही है। हाथियों के दल ने ग्राम गिरहोला के ग्रामीण खिलेश पिता बनसिंह गोड के लगभग 01 एकड से ज्यादा की फसल को नुकसान पहुचांया है साथ ही कपिलेश पिता लायचंद गोंड़ के मकान को तोड़कर ध्वस्त कर दिया। मकान में रखे सामान को भी नुकसान पहुंचा है। मैनपुर मुख्यालय क्षेत्र के नजदीक पहुंचने से वन विभाग द्वारा हाथी विचरण क्षेत्र के ग्रामो में लगातार मुनादी कराते हुए शतर्क व सावधान रहने अपील की जा रही है।
मुआवजा देगा वन विभाग
कई घंटो तक छिंदौला नदी, पैरी नदी में हाथियों का दल अटखेलियां कर रहे थे जिन्हे ग्रामीणों ने देख वन विभाग को तुरंत सूचित किया, पश्चात वन विभाग एसडीओं राजेन्द्र सोरी वन अमला एवं गज दल के साथ मौके पर पहुंच वस्तुस्थिति की जानकारी भी ली एवं हाथियों द्वारा फसल रौंदे जाने की जानकारी पर प्रभावित किसानों का मुआवजा प्रकरण तैयार करने निर्देश जारी किया है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 32 से 33 की संख्या में पहुंचे हाथियों का दल शाम 5 बजे के आसपास खोलापारा छिन्दोला के बीच से गुजरकर देर रात तक दबनई, फरसरा, जरण्डी, बोड़ापाला, चिखली पठार, आमामोरा की ओर जाने की संभावना बनी हुई थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
वन विभाग के एसडीओं राजेन्द्र सोरी ने बताया कि 32 से 33 की संख्या में हाथियों का दल सिहार ताराझर के जंगल से होते हुए मैनपुर वन परिक्षेत्र के जंगल क्षेत्र गिरहोला, दर्रीपारा, छिंदौला में दाखिल हुए है जो शाम को खोलापारा ग्राम के नजदीक जंगलक्षेत्र से निकलकर जरण्डी चिखली पठार की ओर आगे बढ़ रहा है। हाथियों के दल आने से धोबीपारा, लुठापारा, लेड़ीबहार, छिंदौला, सिंहार जाड़ापदर, जिड़ार, बुड़ार, चिहरापारा, चलकीपारा, धारपानी, सिंहार, फरसरा, छिंदौला, रामपारा आदि ग्रामो में मुनादी करा कर हाथी पहुंच वाले जंगल नहीं जाने का अपील की जा रही है।